पानी में क्यों सिकुड़ जाती है उंगलियां? Why do hand Wrinkle when wet?
पानी में क्यों सिकुड़ जाती है उंगलियां- अगर आप कभी ज्यादा देर पानी में रहे हैं चाहे कपड़े धोने बर्तन धोने के लिए या एवी तो आपने देखा होगा कि पानी में रहने के कुछ समय बाद हमारी उंगलियों की त्वचा में झुर्रियों जैसी पड़ने लगती हैं। लेकिन क्यों?अगर इसका जवाब सोचा जाए तो पहला खयाल तो यही आता है। ज्यादा देर पानी में रहने की वजह से क्या पता स्किन के अंदर पानी घुस जाता हो और वह जगह-जगह की से फूल जाती होगी लेकिन यह सच नहीं है।
1935 में कुछ डॉक्टरों ने यह देखा कि एक लड़का अपनी तीन उंगलियों में कुछ भी फील नहीं कर पाता था उसकी तीन उंगलियां कुछ भी महसूस नहीं कर पाती थी क्योंकि उंगलियों में उसकी veins सही से काम नहीं कर रही थी। उंगलियों पर अगर पानी में काफी दे रखा भी जाए तो जाए झुर्रियां नहीं पड़ती थी लेकिन जिन उंगलियों से महसूस कर पा रहा था । उन उंगलियों पर यह झुर्रियां पड़ती थी। उससे यह पता चला कि जो झुर्रियां हमारी उंगलियों पर पड़ती हैं पानी में ज्यादा देर रहने के बाद इसका रिश्ता हमारी veins और ब्लड वेसल्स से है। तो देखा गया है हमारी स्किन का इस तरह फोल्ड होना। हमारे त्वचा के नीचे मौजूद ब्लड वेसल्स के कसने की वजह से होता है। तो जब नीचे मौजूद ब्लड वेसल्स जब कसती है तो ऊपर की त्वचा भी ढीली होकर सिक्योर जाती है।
लेकिन एक सवाल यह भी आता है कि हमें इससे क्या फायदा होगा और यह झुर्रियां सिर्फ हमारी हथेलियों और पैरों के नीचे ही क्यों पड़ती है। तो जो 2011 में Mark Changizi नाम के साइंटिस्ट ने कहा कि हमारी त्वचा के ऊपर होने वाले यह फोर्ड पानी के अंदर हमारी पकड़ को बढ़ाने के लिए हमारे शरीर का एक तरीका हो सकता है। जैसे : गाड़ी के टायर में मौजूद कुलधरा पन जादा अच्छी पकड़ बनाता है उसी तरह अभी तक यही कहा जा रहा है कि त्वचा के ऊपर मौजूद झुर्रियां भी पानी के अंदर अच्छी पकड़ बनाने के लिए हो सकती है और शायद इसी लिए यह झुर्रियां सिर्फ हमारी हथेलियों और पैरों के नीचे की त्वचा में ही होती हैं।
पुराने समय मैं हम आज के मुकाबले ज्यादा पानी के आस-पास रहते थे। तो शायद हमें गीली जमीन पर चलने पानी के आस-पास खाना इकट्ठा करने मैं झुर्रियां ज्यादा फायदा देती होगी। इस बात को टेस्ट करने के लिए कुछ ही साल पहले एक्सपेरिमेंट किया गया जिसमें कुछ लोगों को पानी के अंदर मौजूद अलग-अलग साइज के गीले पत्थरों को उठाकर बाहर रखने को कहा गया पहली बार नॉर्मल हाथों से और दूसरी बार हाथों को पानी में भीगा कर वाला इन खुरदरी उंगली से। तो इस स्पैरीमेंट के बाद उन्होंने यही पाया कि लोगों को अपनी खुर्दरी उंगलियों से उनके लिए पत्थरों को उठना ज्यादा तेज थे वजह की नार्मल उंगलियों के ।
तो इसका सही जवाब ढूंढने के लिए वैज्ञानिक यह भी पता लगा रहे हैं। हमारे अलावा और किन जानवरों के साथ यह होता है। लेकिन अभी तक यह हमारे अलावा मकान मंकी मैं सेम चीज होती हुई देखी गई है। तो अभी तक एक्सपेरिमेंट और रिसर्च के बाद यह पक्का नहीं कह सकते कि यही सही कारण है हमारी खुर्दरी उंगलियों का क्योंकि जो इसप्रीमेंट हुए भी हैं उसमें भी बहुत कम लोग इनबोर्ड थे और वैज्ञानिक भी संतुष्ट नहीं है लेकिन अभी हम यह कह सकते हैं कि यह कुछ चीजें हमें पता चली है यह इसप्रीमेंट हुए हैं लग तो यही रहा लेकिन रिसर्च और करनी पड़ेगी।
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